B29 – निशा की कहानी – Sad Story in Hindi

निशा की कहानी Sad Story in Hindi आइये पढ़ते है निशा की कहानी Sad Story in Hindi आखिर क्यों निशा को समाज परिवार ने त्याग दिया और ऐसा क्या हुआ Sad Story in Hindi जिसके चलते निशा को सबने त्याग दिया और ये इतनी Sad Story in Hindi निशा की कहानी बन गयी 

sad love story in hindi
Photo by – Wikimedia Commons

निशा की कहानी – Sad Story in Hindi

निशा बचपन से ही बड़ी चुलबुली टाइप लड़की थी हमेशा हस्ती रहती थी और खेलती रहती थी घर में दो बड़े भाई विवेक और मनीष की लाडली बहन और मम्मी पापा की प्यारी थी निशा, उसे अच्छे बुरे का फर्क समझ में नहीं आता था । शुरू से निशा को अच्छी बातें और अच्छे संस्कार दिए उसके माता पिता ने, किसी का बुरा नहीं सोचना, ना किसी के साथ बुरा करना सब कुछ अच्छे से सिखाया। निशा सबकी इज़्ज़त करती और सबसे अच्छे से बोलती बड़ों का सम्मान करना सब कुछ आता था निशा को।

उम्र 18 सालSad Story in Hindi

निशा करीब 18 साल की हो गयी थी और 12 कक्षा में आ गयी थी तब निशा के बहुत दोस्त थे, उनमे से एक थी रितु, रितु समझदार थी और थोड़ी चालाक भी उसका एक बॉयफ्रेंड था वह उसके साथ घूमने जाती और फोन पर बातें करती और निशा को अपने बॉयफ्रेंड के बारे में बताती। और एक दिन रितु ने निशा से पूछा – तुम्हारा बॉयफ्रेंड नहीं है क्या “ निशा – नहीं ” लेकिन फिर रितु को देख कर निशा का भी मन हुआ बॉयफ्रेंड बनाने का और निशा की बड़ती उमर उसे खुल के जीने को कह रही थी।

स्कूल के बाद जब निशा कॉलेज में आई तब और उसके नये दोस्त बने, कॉलेज में अधिकतर सभी के बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड थे। निशा भी उसी माहौल में ढलती गयी और निशा को भी एक दिन एक लड़के कौशल ने दोस्ती करने को कहा, कौशल निशा की ही क्लास का था और बहुत ही बिगड़ा और अमीर बाप का लड़का था लेकिन निशा को ये सब पता नहीं था निशा काफी सुंदर थी इसलिए कौशल ने निशा से एक दिन कहा – मुझसे फ्रेंडशिप करोगी ” निशा ने थोड़ा सोचते हुए हाँ कह दिया।

कौशल ने निशा से उसका नंबर मांगा लेकिन निशा ने नंबर देने से मना कर दिया। और फिर अगले दिन एक लड़की ने निशा से कहा – तुमने कौशल को नंबर देने से मना क्यों कर दिया” निशा – ऐसे ही एक दिन दोस्त बने नहीं हुआ और नंबर मांगने लगा ” लड़की – इतना अच्छा लड़का है बहुत सारी लड़कियां मरती है उसपे लेकिन बो किसी को घाँस तक नहीं डालता उसने तुमसे दोस्ती करने को कहा और तुमने मना कर दिया , मैं होती तो अपना नंबर क्या घर का एड्रेस भी दे देती” 

ये सुनकर निशा को लगने लगता कि शायद उसने गलत कर दिया और कौशल के बारे में सोचने लगती है और फिर निशा कौशल को देखने लगती है लेकिन कौशल निशा को कही दिखता नहीं है तो निशा फिर उसी लड़की से पूछती है और कहती है – कौशल आज आया नहीं ” लड़की – आया है कैंटीन में बैठा ” निशा फिर उठकर चली जाती है और वह लड़की कौशल को फोन करके कहती है – तेरा काम हो गया निशा तुझसे ही मिलने आ रही ” लड़की कौशल की दोस्त प्रयंका थी कौशल ने ही प्रयंका से ये सब कहने को कहा था।

निशा कैंटीन में कौशल से मिलने गयी, कौशल अकेला बैठा था उसे पता ही था कि निशा आने बाली है तो उदास होने की एक्टिंग कर रहा था निशा कौशल के पास जाकर बैठ जाती है और कहती है – कल के लिये सोर्री यार मुझे नंबर के लिये मना नहीं करना चाहिए था ” कौशल उदास होने का बहाना करते हुए कहता है – कोई बात नहीं” उसके बाद निशा कौशल से पूछने लगी – अकेले क्यों बैठे हो यहाँ ” कौशल – कोई दोस्त नहीं है मेरे ज्यादा ” निशा – आज से मैं हूँ तुम्हारी दोस्त ” और कौशल का फोन लेकर निशा ने अपना नंबर सेव कर दिया।

कौशल निशा से व्हाट्सप्प पर दिन भर और देर रात तक बातें करने लगा । धीरे-धीरे निशा को कौशल से प्यार होने लगा था और कौशल तो ये चाहता ही था लेकिन उसका मकसद बस निशा को यूज़ करना था ना कि उससे प्यार था और करीब 3 से 4 महीने बाद जब कौशल को लगने लगा कि निशा अब उसके बिछाये जाल में फस गयी है तो एक दिन कॉलेज में ही कौशल ने निशा को प्रपोज करने का सोचा, निशा भी यही सोच रही थी की वह कौशल को कैसे प्रपोज करे।

कौशल निशा कैंटीन में ले गया और कहने लगा – तुम्हे याद है हमारी फ्रेंडशिप यहीं पे हुई थी ” निशा – हाँ ” कौशल – मैं आज चाहता हूँ कि यहीं से हमारे प्यार की शुरुवात हो ” निशा सुनकर खुश हो गयी और हाँ कहने लगी ” कौशल ने सीधा प्रपोज करते हुए निशा को I Love You कहा और निशा ने भी कौशल को I Love You Too कह दिया ।

गलती – Sad Story in Hindi

निशा कौशल से बेहद प्यार करने लगी थी उसकी हर बात मानने लगी थी इसलिए एक दिन कौशल ने निशा से मिलने को कहा लेकिन निशा ने कहा – मिलते तो है कॉलेज में “ कौशल – बाहर मिलेंगे घूमने चलेंगे कहीं “ निशा की भी बड़ती उमर उसे आज़ाद होने को कह रही थी उस वक़्त उसे सही गलत में फर्क नहीं दिखा और एक दिन निशा कौशल के साथ घूमने चली गयी। फिर ऐसे ही कई बार घूमने जाने लगते है फिर एक दिन कौशल निशा को किस करने लगता है और फिर निशा भी खुद को रोक नहीं पाती है। और उस दिन बहुत सारी हदे टूट जाती है।

निशा की उमर 19 साल थी और उस उमर में खुद पर कंट्रोल कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है। और निशा भी खुद पर कंट्रोल नहीं कर पायी। निशा को 2 महीने बाद पता चला की वह प्रेग्नेंट है उसने कौशल को बताया तो कौशल ने एबॉर्शन करवाने को कह दिया क्यूंकि उसके लिए ये बड़ी बात नहीं थी लेकिन निशा ने कौशल से कहा – नहीं ये गलत है हम शादी कर ले रहे जल्दी ही ” कौशल हस्ते हुए बोला – पागल हो क्या शादी और तुमसे ” निशा – तो क्या टाइम पास कर रहे थे ” कौशल – तुम क्या इसे प्यार समझ रही थी ” निशा रोने लगती है और फिर कौशल एबॉर्शन करवाने को चलने की कहता है।

लेकिन निशा उसे थप्पड़ मार कर रोते-रोते घर चली गयी। घर जाकर उसने बहुत सोचने के बाद अपनी माँ को सब बताया, और अपनी गलती की माफी मांगी। निशा की माँ ने निशा के पापा को बताया। उस वक़्त निशा के पापा ने निशा को मारा और फिर कौशल का पता लेकर कौशल के घर गए । वहाँ निशा के पापा ने कौशल के पिता को साडी बात बताई और निशा कौशल की शादी कराने को कहा लेकिन बो बड़े घर के और अमीर लोग थे इसलिए वहाँ से निशा के पापा को बेज़्ज़त करके निकाल दिया। निशा के पिता निशा की माँ से एबॉर्शन करबाने को कहते है इसलिए फिर निशा की माँ भी निशा से एबॉर्शन की कहती है लेकिन निशा मना करते हुए कहती है – नहीं ममी ये गलत है आपने ही सिखाया था किसी की जान लेने का हक नहीं है हमे ” निशा की माँ गुस्से में दोबारा कहती है – जब उल्टे काम कर रही थी तब नहीं सोचा की ये गलत है ” निशा – मेरी गलती की सजा इसे मत दो मैं नहीं ले सकती इसकी जान ” और फिर निशा के माँ पापा निशा से जबरदस्ती करते है।

समाज – Sad Story in Hindi

लेकिन निशा मानने को तेयार नहीं थी इसलिए निशा के पिता और बड़े भाई मनीष ने घर से निकल जाने को कह दिया। निशा रोते-रोते घर छोड़कर चली गयी और पास में ही किराये से रूम लेकर खुद एक जॉब करने लगी। कुछ ही महिनो में निशा को देख कर सब समझ जाते है कि निशा प्रेग्नेंट है और फिर वहाँ के लोग और समाज निशा की शादी हुए बिना ये सब कैसे हुआ बाते करने लगते है। और सबको सब कुछ पता चल जाता है।

निशा को परिवार के साथ-साथ पुरा समाज भी गाली दे रहा था और निशा के परिवार को हर किसी ने बुलाना उनसे मतलब रखना बंद कर दिया था। कुछ महीने बाद निशा का भाई विवेक निशा के पास गया और निशा से जाकर कहा – तु फिकर मत कर मैं तेरे साथ हूँ “ निशा अपने भाई को गले लगा लेती है और रोने लगती है उसके बाद निशा का भाई विवेक निशा को पैसे देने लगता है और उसका ख्याल रखता है।

9 महीने बाद निशा को एक लड़की पैदा होती है और वह बहुत खुश थी विवेक भी बहुत खुश था। उसके बाद निशा अपनी बेटी को अपने मम्मी पापा को जाकर दे देती है और कहती है – मार दो इसे ” निशा के मम्मी पापा निशा की बेटी को देखते है और उसकी हँसी, आँखे, होंठ, नाक, कान, देख कर सहम जाते है और रोने लगते है। और अपनी गलती का एहसास करते है कि निशा की गलती की सजा हम इस मासूम बच्चे को देने की कह रहे थे।

निशा भी पूरे समाज को बुलाकर उनसे कहती है – मैंने प्यार किया था मगर मुझे पता नहीं था की मैं जिससे प्यार कर रही हूँ बो धोख़ा दे जायेगा और हो गयी मुझसे गलती, तो क्या मैं अपनी गलती की सजा इस मासूम बच्ची को देती मार देती क्या इसे और ये मेरी अकेले की गलती नहीं थी इसमें और कोई भी शामिल था उससे तो किसी ने कुछ नहीं कहा ना किसी ने उसे गाली दी क्यों? क्योंकि बो एक लड़का है इसलिए,” ये सब सुनकर समाज के कुछ लोग समझते है और कुछ लोग निशा को अब भी नहीं समझते है।

तो दोस्तों ये थी निशा की कहानी Sad Story in Hindi , ये कहानी सच्ची घटना पर आधारित है। आपको क्या लगता है कि निशा ने सही किया या गलत अपनी गए हमें कमेंट में जरूर बताये धन्यवाद और भी ऐसे ही Sad Story in Hindi पढ़ने के लिए आप हमारे होम पेज को देख सकते है ।

और भी कहानियां पढ़े –

पूजा बेटी । Sad Story Hindi
स्कूल सैड लव स्टोरी इन हिंदी ।
शक और डाइवोर्स । Love Story In Hindi भाग -1
शक और डाइवोर्स | Love Story in Hindi भाग -2

My Second Website  – TheTopWorld

Leave a Reply