B28 – स्कूल सैड लव स्टोरी इन हिंदी । School Sad Love Story in Hindi

ये कहानी है नितिन और प्रिया की स्कूल सैड लव स्टोरी इन हिंदी । School Sad Love Story in Hindi आखिर किन मजबूरियों के कारण प्रिया और नितिन अलग हो जाते है आइये साथ में पढ़ते है ये स्कूल सैड लव स्टोरी इन हिंदी । School Sad Love Story in Hindi , क्या नितिन और प्रिया मिले या फिर हमेशा के लिए अलग हो गए –

स्कूल सैड लव स्टोरी इन हिंदी । School Sad Love Story in Hindi

स्कूल सैड लव स्टोरी इन हिंदी –

नितिन के पिता बरेली में नगर निगम में सफाई करमचारी थे और एक मिडिल क्लास फैमली से थे नितिन पहले जिस स्कूल में था बो 10th तक था इसलिए नितिन ने दूसरे स्कूल में एड्मिशन लिया । स्कूल में पहले ही दिन PT हुई और नितिन को धूप से चक्कर आ गये और नितिन गिर गया स्कूल में हर बुधवार और शनिवार को PT होती थी और नितिन को धूप से हर बार चक्कर आ जाते थे नितिन बहुत कमजोर था इसलिए नितिन स्कूल में कुछ ज्यादा ही फेमस हो गया था

नितिन होशियार भी बहुत था तो इसलिए रंजीत और पवन ने नितिन से दोस्ती की। क्योंकि ये दोनों ज्यादा पढ़ाई नहीं करते थे और दोनों अच्छे परिवार से थे तो पैसे की ज्यादा प्रॉब्लम उन्हे पता नहीं थी नितिन काफी सरीफ था। झगड़ो से दूर रहता वही रंजीत और पवन थोड़े चालाक थे और लडाई करते रहते थे नितिन रंजीत और पवन से पढाई करने को बोलता था लेकिन दोनों का मन ही नहीं था ।

प्रिया नितिन की क्लास में ही थी शनिवार को स्कूल में पट हुई और नितिन को फिर से चक्कर आ गये और नितिन गिर गया, प्रिया ने नोटिस किया और नितिन को देखा की ये हर PT बाले दिन चक्कर खा कर गिर जाता है नितिन को क्लास मे बैठा दिया, प्रिया ने देखा की नितिन क चस्मा नीचे ही डला था प्रिया ने नितिन का चस्मा उठा लिया और अपने पास रख लिया। क्लास में प्रिया नितिन के पास बैठ गयी। 

कुछ देर बाद प्रिया ने नितिन से पूछा – अब कैसे हो तुम “
नितिन मुंडी हिलाते हुए कहता है – ठीक हूँ “
नेहा – तुम्हे इतने चक्कर क्यों आते “
नितिन – पता नहीं क्यों आते “
और फिर प्रिया चस्मा देकर कहती है – ये लो तुम्हारा चस्मा ग्राऊंड में ही गिर गया था “

अगले दिन प्रिया फिर से नितिन के साथ बैठ जाती है और जब रंजीत और पवन आते है तो उन्हे बुरा लगता है कि आज फिर ये प्रिया के साथ बैठ गया। लंच में रंजीत नितिन से कहता है – उसे क्यों बैठा लेता है अपने साथ तुझे पता है ना कि हम दोनों बैठते तेरे साथ “ नितिन – बो खुद बैठ जाती यार मैं नहीं बेठाता ” पवन – ध्यान रखना सुख दुःख में हम ही तेरा साथ देंगे बो नहीं  कल से मत बैठने देना बरना अपनी दोस्ती टूट जायेगी “।

इसलिए अगले दिन जब प्रिया आई उससे पहले रंजीत और पवन नितिन के साथ आकर बैठ गये। प्रिया ने रंजीत और पवन से कहा – तुम लोग पीछे चले जाओ मुझे नितिन के साथ बैठना है ” लेकिन पवन और रंजीत ने प्रिया से पीछे बैठने को बोला , प्रिया नितिन को गुस्से में देख कर पीछे बैठ गयी। थोड़ी देर बाद नितिन प्रिया के पास जाकर बैठ गया और यहीं से नितिन और प्रिया की दोस्ती हो जाती है।

मगर फिर रंजीत और पवन ने नितिन से बात नहीं की। एक दिन नितिन ग्राउंड में फिर से गिर जाता है और इस बार प्रिया नितिन को अपने घर ले जाती है और अपने पापा से मिलाती है और नितिन के चक्करो के बारे में बताती है प्रिया के पिता एक बड़े डॉक्टर थे इसलिए प्रिया के पापा ने नितिन को अच्छी और महंगी दबाइयाँ दी। एक हफ्ते बाद ही नितिन को अच्छा लगने लगा और नितिन को अब PT में भी चक्कर नहीं आये।

धीरे – धीरे नितिन की और प्रिया की गहरी दोस्ती हो गयी थी और प्रिया नितिन से प्यार करने लगी थी। नितिन पूरे स्कूल में सबसे होशियार था और जब 12th का रिजल्ट आया तो नितिन के 98% नंबर आये । एक दिन नितिन प्रिया के घर गया प्रिया के पापा ने नितिन की बहुत तारीफ की, ये देख कर प्रिया खुश हो गयी और उसी वक़्त नितिन को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का सोच लिया।

नितिन को अच्छे कॉलेज में एड्मिशन मिल गया और उसी कॉलेज में प्रिया ने एड्मिशन ले लिया । रंजीत और पवन ने भी दोस्ती के ख़ातिर नितिन के साथ ही उसी कॉलेज में आ गये। फिर के दिन प्रिया का बर्थडे था और उसने एक रेस्टोरेंट में केवल नितिन को ही बुलाया और उसी रात नितिन को प्रिया ने I Love You बोल दिया। नितिन एक दम से चौक गया और कहने लगा – ये सब क्या है प्रिया

प्रिया नितिन से पूछती है क्या तुम मुझे प्यार नहीं करते, नितिन – मैंने तो तुम्हे बस दोस्त माना कभी इस बारे में सोचा ही नहीं ” प्रिया रोने लगती है और घर जाने लगती है नितिन प्रिया को रोकते हुए कहता है – सुनो तुम्हे पता है ना मेरी हालत क्या है तुम मेरे साथ नहीं रह पाओगी कुछ नहीं है मेरे पास तुम्हे देने के लिए ” प्रिया – मुझे कुछ नहीं चाहिए सिर्फ तुम चाहिए ” नितिन – कैसे समझाऊं तुम्हे “ प्रिया जाने लगती है और फिर नितिन – सुनो I Love You too” प्रिया खुश होकर नितिन को गले लगा लेती है। अगले दिन नितिन पवन और रंजीत को बताता है इस बारे में, तो पवन नितिन से कहता है – पढ़ाई पर भी ध्यान देना तेरे घर की स्थिति मालूम है न तुझे “।

दो साल बाद –

नितिन और प्रिया एक दूसरे से बेहद प्रेम करने लगे थे और नितिन पढ़ाई में भी अच्छे से ध्यान दे रहा था उसी वक़्त प्रिया के पिता प्रिया को एक लड़के की तस्वीर दिखाते हुए कहते है – ये लड़के से मिलने जाना तुम्हे कल लंदन में रहता अच्छा खासा बुसिनेस है वहाँ इसका ” लेकिन प्रिया मना करते हुए कहती है – पापा मैं नितिन से प्यार करती हूँ और उसी से शादी करना चाहती ” प्रिया के पापा उस वक़्त नहीं मानते। लेकिन कुछ दिनों बाद प्रिया को उदास देख कर बो प्रिया से कहते है – उस लड़के से कहना मैं उसके घर आकर बात करुगा “

प्रिया खुश हो जाती है और नितिन को बताती है नितिन भी अपने घर पर बता देता है लेकिन जब प्रिया के पिता नितिन के घर आते है तो नितिन के घर में सिर्फ 2  कमरे ही थे और ना ही AC थी और ना ज्यादा अच्छा घर बना था। प्रिया के पिता उस वक़्त कुछ नहीं कहते और वहाँ से चले आते है और घर आकर प्रिया से कहते है ठीक है लंदन से आकर करवा देगे शादी ” प्रिया – लंदन क्यों जा रहे पापा हम “ प्रिया के पिता – तुम्हारे नाम प्रोपर्टी खरीद रहा हूँ इसलिए तुम्हे भी चलना पड़ेगा साथ ” उस वक़्त प्रिया समझ नहीं पाई कि जो लड़का दिखा रहे थे बो लंदन से ही था।

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उस वक़्त प्रिया खुशी में अपने पिता के साथ लंदन चली जाती है और फिर वहाँ पहुँचकर प्रिया के पिता प्रिया को समझाते है कि वहाँ शादी नहीं कर सकते क्योंकि उनका घर छोटा है और तुम उस घर में नहीं रह पाओगी ” प्रिया रोने लगती है और कहती है – धोखे से लेकर आये आप मुझे यहाँ” प्रिया के पिता – और कोई रास्ता नहीं था, तुम्हे वहाँ समझाता तो तुम नहीं समझती इसलिए सॉरी बेटा ” प्रिया – मैं रह लुंगी पापा आप उसी से शादी करवा दीजिये ” ये नहीं हो सकता केहकर प्रिया के पिता चले जाते है।

अगले दिन प्रिया इंडिया बापस आने की कोशिस करती है लेकिन प्रिया के पापा प्रिया का पासपोर्ट रख लेते है प्रिया के पिता बार – बार समझाते है कि बेटा ये तुम्हारा बचपना है इसे प्यार मत समझो लेकिन नहीं मानती ” उसके बाद प्रिया के पापा प्रिया की शादी उसी लड़के से पक्की कर देते और इंगेजमेंट कराते है लेकिन प्रिया मना कर देती है। उस वक़्त प्रिया के पिता इमोशनल होकर कहते है – जबसे तुम्हारी माँ छोड़कर गयी तबसे मैंने तुम्हे कभी माँ की कभी महसूस नहीं होने दी और आज तुम अपने पापा की नहीं सुन रही रुला रही अपने पापा को, ठीक है तुम नहीं आई तो आज तुम्हारे पापा का सिर शर्म से झुक जायेगा”

प्रिया के पिता इतना कहकर चले जाते है। प्रिया अपने पिता के लिये तेयार होकर चली जाती है और इंगेजमेंट कर लेती है और इंगेजमेंट के बाद प्रिया अपने पिता से अपना फोन मांगती है, प्रिया के पिता फोन देते हुए कहते है – इंगेजमेंट हो चुकी बेटा तुम्हारी एक महीने बाद शादी है कोई भी ऐसा कदम मत उठाना अब जिससे मुझे सर्मिंदा होना पड़े ” प्रिया फोन लेकर अपने कमरे में चली जाती है।

प्रिया आखिरी बार नितिन को कॉल करती है और रोने लगती है नितिन कहता है – कहाँ थी इतने दिन से फोन कर रहा मैं तुम्हे और रो क्यों रही ” प्रिया – मुझे माफ कर देना और भूल जाना ” नितिन – ऐसे क्यों कह रही” प्रिया – मेरे पापा ने मेरी शादी पक्की करदी है यहाँ लंदन में ही” नितिन – तुम मान कैसे गयी ” और नितिन भी रोने लगता है ” प्रिया – मैं मजबूर हूँ मुझे माफ कर देना ” इतना कहकर प्रिया फोन काट देती है। नितिन दोबारा फ़ोन करता है लेकिन प्रिया बाद नहीं करती ।

नितिन डर जाता है और भाग कर रंजीत और पवन के पास जाता है और ये सब बताता है। नितिन रोने लगता है और कहता है – मैं प्रिया के बिना नहीं रह पाउगा ” रंजीत और पवन उसे साहस देकर समझाते है लेकिन नितिन को कुछ समझ नहीं आ रहा था और ना ही नितिन का पढ़ने में मन लग रहा था और फिर नितिन ने लंदन जाने का सोचा, और पैसे इक्कठे करने लगा, रंजीत और पवन ने पूरे पैसो की व्यवस्था की और करीब तीन महीने गुज़र जाते है और नितिन लंदन जाता है।

लेकिन प्रिया की शादी हो चुकी थी लंदन पहुंचकर नितिन ने प्रिया को मैसेज किया और कहा – मैं लंदन में हु और प्रिया को मिलने बुलाया। प्रिया ने नितिन से मिलने गयी लेकिन प्रिया ने नितिन से बापस जाने को कह दिया। नितिन रोया उससे साथ चलने की भीख तक मांगी। लेकिन प्रिया – मैं मजबूर हूँ ” नितिन – मना किया था ना मैंने क्यों किया मुझसे प्यार मैं अब क्या करू” प्रिया – भूल जाओ और परेशान मत हो अब तुम अपनी लाइफ देखो” नितिन रोता है और प्रिया से साथ चलने को कहता है “

काफी देर हो जाती है और फिर प्रिया नितिन से कल मिलने को कहती है और कुछ पैसे नितिन को देती है लेकिन नितिन पैसे नहीं लेता और फिर प्रिया पैसे वही रख कर चली जाती है अगले दिन प्रिया नितिन से कॉल करके झूठ बोल देती है और कहती है – मेरे हस्बैंड को पता चल गया है मैं नहीं आ सकती तुम चले जाओ बापस” नितिन – तुम्हे लेकर जाऊँगा तुम साथ चलो प्लीज” प्रिया – तुम समझ क्यों नहीं रहे मेरी शादी हो चुकी है अब मैं किसी और कि हो चुकी हूँ” नितिन – बो सब मुझे नहीं पता तुम मेरी हो आ जाओ हम यहाँ से दूर चले जायेगे कोई नहीं ढून्ढ पायेगा हमें”

प्रिया रोने लगती है और कहती है – मैं अपने पापा को शर्मिंदा नहीं करना चाहती तुम चले जाओ” और फ़ोन काट देती है नितिन मैसेज कॉल करता रहता है लेकिन प्रिया नितिन से बात नहीं करती। और करीब दस दिनों तक वही रुका रहता है और फिर जब पैसे ख़तम होने लगते है तो नितिन के पास इंडिया आने के अलाबा कोई रास्ता नहीं था। इंडिया आकर नितिन ने किसी से बात नहीं की और करीब एक साल तक प्रिया को करके रोता रहा अपना फ्यूचर ख़राब करता रहा। नितिन की पढाई बर्बाद हो गयी थी और दोबारा पढ़ने में मन नहीं लगा और फिर पवन और रंजीत आये और अपने बुसिनेस में नितिन को साथ लगा लिया ।

प्यार करने के लिए कोई सच्चा मिले या ना मिले लेकिन पवन और रंजीत जैसे दोस्त हर किसी को मिले। इस कहानी स्कूल सैड लव स्टोरी इन हिंदी । School Sad Love Story in Hindi से आपको क्या लगता है क्या होना चाहिए था नितिन और प्रिया के साथ या जो हुआ सही हुआ अपनी राये हमें कमेंट में जरूर बताये और आपको ये स्कूल सैड लव स्टोरी इन हिंदी । School Sad Love Story in Hindi कहानी कैसी लगी ये भी बताये धन्यवाद – 

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