B24 – शक और डाइवोर्स | Love Story in Hindi भाग -2

शक और डाइवोर्स भाग – 1 में हमने देखा की कैसे मयंक और नेहा की शादी होती है और उसके बाद कैसे नेहा मयंक पर शक कर रही है और लड़ रही है, शक और डाइवोर्स भाग -2 में आप जान पाएंगे की कैसे बात डाइवोर्स तक पहुंच जाती है – शक और डाइवोर्स भाग -2 

शक और डाइवोर्स भाग – 2 पढ़ने के लिए क्लिक करे –  शक और डाइवोर्स भाग – 2

शक और डाइवोर्स

शक और डाइवोर्स भाग -2 

नेहा को अब फिर मयंक पर शक होने लगता है कि उसकी गर्लफ्रेंड होगी, लेकिन जब तक सुरेन्द्र और सुधा रुके थे तब तक नेहा ने मयंक से कुछ नहीं बोला और सबको खाना खिलाया और शाम को सुरेन्द्र और उसकी पत्नी दोनों चले गये उसके बाद नेहा ने छुप कर मयंक का फोन चैक किया लेकिन फोन में पासवर्ड था उस वक़्त नेहा फोन रख देती है और मयंक से बहाने से फोन का पासवर्ड पूछती है और कहती है – सुनो पासवर्ड बताना थोड़ा अपने फोन का ” मयंक पासवर्ड बता देता है उस समय मयंक के सामने नेहा कुछ चैक नहीं करती है और ऐसे ही चला के दे देती है ।

फिर जब मयंक सो जाता है तो नेहा मयंक का फोन चैक करती है उसमे उसे सबसे ज्यादा बात दिखती है बॉस नाम के एक नंबर से, नेहा बॉस की फोटो देखती है तो वह एक लड़की थी फिर नेहा चैट पढ़ती है लेकिन उसमे बस ऐसे ही नॉर्मल चैट मिलती है जैसे कि लंच साथ में करेगे, या कोफ़ी पीने चले बगेरा बगेरा और कुछ मैसेज डिलीट भी थे तो नेहा को ये शक बैठा की चैट डिलीट है और साथ में लंच कोफ़ी तो मयंक का उससे कोई चक्कर है , नेहा फोन रख के लेट जाती है और सोचती रहती है ।

इन्हे भी पढ़े – 

तीन दोस्तों की कहानी | Sad Love Story Hindi
प्यार की सजा ज़िंदगी भर | Very Sad Love Story Hindi

सुबह मयंक के फ़ोन पर मैसेज आता है मयंक नहाने गया था नेहा देखती है तो बॉस का ही मैसेज था गुड मोर्र्निंग” इतने में मयंक आ जाता है और नेहा फोन रख देती है थोड़ी देर में मयंक ऑफिस चला जाता है और शाम को मयंक के मम्मी पापा आ गये फिर नेहा ज्यादा कुछ कह नहीं पायी । लेकिन करीब एक महीने बाद मयंक के ममी पापा गांव बापस चले गये और वही रहने लगे कभी-कभी आने-जाने लगे । नेहा मयंक पर नज़र रखे रही और दिमाग में अपने शक का कीडा बेठाये रही ।

एनिवर्सरी – Love Story in Hindi

एक साल निकल गया और मयंक नेहा की शादी की सालग्राह आ गयी थी सालग्राह के चलते नेहा खुश थी और बॉस के बारे में ज्यादा ध्यान नहीं दिया लेकिन एनिवर्सरी बाले दिन मयंक ने घर में ही छोटी सी पार्टी रखी जिसमे कुछ दोस्तों को इन्वाइट किया मयंक ने अपनी बॉस को भी बुलाया सभी आ गये थे और पार्टी चल रही थी मयंक और नेहा को सब विष कर रहे थे और रात के करीब 11 बज रहे होगे और फिर मयंक की बॉस आती है और मयंक और नेहा को बधाई देती है मयंक नेहा को बताता है ये मेरी बॉस नैना है नेहा नैना को देखती रह जाती है क्योंकि नैना काफी मॉर्डन थी और बेहद खूबसूरत थी इससे नेहा को और जलन होने लगती है की मयंक इसके जाल में फस गया होगा ।

इतने में ही नैना मयंक से पूछती है कैसी लग रही हूँ मैं” मयंक – ब्यूटीफुल” नेहा का मूड ऑफ हो जाता है और केक कटते ही नेहा अपने रूम में जाकर मयंक का इंतज़ार करने लगती है कुछ देर बाद सब जा चुके थे बस नैना ही रह गयी थी नैना टैक्सी से आई थी रात काफी हो गयी थी तो नैना ने मयंक से घर तक ड्रॉप करने को कहा । मयंक होल से ही नेहा को आवाज़ लगाकर कहता है – नेहा मैं आ रहा नैना को घर छोड़कर 10 मिनिट में ” और फिर मयंक नैना को अपनी बाइक पर बैठा कर चला जाता है नेहा बालकनी से देख रही और गुस्से से आग बबुला हो रही थी ।

करीब 2 घण्टे हो गये थे लेकिन मयंक आया नहीं था मयंक की गाड़ी का टायर पंचर हो गया था और बड़ी मुश्किल से रात में दुकान खुलबा कर पंचर लगवाया, यहाँ नेहा ने फोन किया तो मयंक फोन घर पर ही भूल गया था नेहा के मन में शक उठने लगा और-गंदे गंदे खयाल आने लगे । नेहा से इंतज़ार नहीं हो रहा था वह सोचे जा रही थी कि जानबूझ कर फोन भुला मयंक ताकि देर तक नैना के साथ रुक सके । मयंक जैसे ही घर आता है नेहा मयंक से लड़ने लगती है और कहती है – क्या कर रहे थे उसके साथ इतनी देर तक ” मयंक कुछ बोले उससे पहले नेहा शर्ट में स्मैल चैक करती उसमे से पर्फ्यूम की खुशबु आती है,

नेहा जोर जोर से रोने लगती है और कहने लगती है – उसके साथ रुक के आये ना तुम ” मयंक – तुम फिर चालू हो गयी ये मेरा ही पर्फ्यूम है ” लेकिन नेहा सुनने को तेयार नहीं थी मयंक का दिमाग खराब होता उससे पहले मयंक – मैं बहुत थक गया हूँ सुबह बात करेगे ” और मयंक कमरे में चला जाता है नेहा कांच का भारी जग टीवी में मार देती है जिससे टीवी फुट जाती है मयंक को गुस्सा आ जाता है और मयंक नेहा को उल्टा सीधा कहने लगता है और हाथ पकड़ के घसीट के कमरे में ले जाता है और कहता है – यहाँ बैठकर रो गाओ जो करना करो ” और फिर मयंक लेट जाता है ।

नेहा गुस्से में एक जगह रात भर बैठी रहती है सुबह मयंक उठता है और कहता है – तुम सोयी नहीं ” नेहा जबाव नहीं देती” मयंक नेहा को बताता है और कहता है – बाइक का टायर पंचर हो गया था बाइक को धड़काया दुकान खुलबाई और पंचर बनबाया इसलिए टाइम लग गया, थोड़ा तो विश्वास करो ” नेहा बात नहीं करती । और फिर मयंक टीवी का कांच साफ़ करके, नहाके ऑफिस चला जाता है नेहा ने अपने दिमाग़ में शक का कीडा बैठा लिया था इसी शक के चलते नेहा ने करीब दो से ढाई महीने से मयंक से बात नहीं की और मयंक ने भी ऑफिस का काम ज्यादा होने के कारण ज्यादा ध्यान नहीं दिया।

लेकिन फिर एक दिन मयंक का प्रमोशन हो गया मयंक खुश होकर ऑफिस से जल्दी घर आया ये सोचकर कि नेहा को बताएगा तो नेहा खुश हो जायेगी लेकिन जब मयंक घर आया और नेहा को प्रमोशन के बारे में बताया तो नेहा और भड़क गयी और कहने लगी – हाँ तुम्हारा तो करेगी ही प्रमोशन प्यार जो करती तुमसे ” मयंक – फिर पागलो जेसी बात करने लगी प्रमोशन मेरी मेहनत की वजह से मिला ” नेहा – पुरे ऑफिस में आपकी ही मेहनत दिखी उसे ” और इतने में नैना का फोन आ जाता है ।

मयंक फोन उठता है और कहता है – हेल्लो नैना प्रमोशन के लिये थैंक्यू वैरी मच” नेहा फोन का स्पीकर ऑन करवाती है और सारी बातें सुनती है नैना – ये तो तुम्हारी मेहनत थी अच्छा सुनो मुझे कुछ बात करनी थी तुमसे फ्री हो क्या तुम ” मयंक – हाँ बोलो ” नैना – काफी दिन से कहना चाहती थी तुमसे ” मयंक – क्या ? नैना – I Love You मुझे प्यार हो गया है तुमसे मुझे पता है तुम्हारी शादी हो चुकी है लेकिन मैं क्या करू मुझे तुम बहुत पसंद हो ” नेहा फोन काट देती है और रोने लगती है और कहती है – इसलिए प्रमोशन मिल गया “ मयंक – लेकिन मुझे नहीं पता था इसके बारे में मेरी क्या गलती है “

नेहा – झूठ बोल रहे तुम चक्कर है तुम दोनों के बीच तभी उसने तुम्हे प्रपोज किया और प्रमोशन के लिए इतना गिर गये एक बार भी मेरे बारे में नहीं सोचा “ मयंक नेहा को समझाता है लेकिन नेहा समझने को तेयार ही नहीं थी फिर मयंक नैना को फोन करता है और स्पीकर पर ही कहता है – तुम पागल हो क्या इसलिए मेरा प्रमोशन किया “ नैना – नहीं मैंने तो बस अपने दिल की बात बताई तुम बुरा मत लगाओ ” मयंक – नहीं चाहिये आपका प्रमोशन आपके चक्कर में शादीशुदा लाइफ में प्रॉब्लम हो रही नेहा लड़ रही मुझसे और अब मुझसे बात करने की या कॉल मेसेज करने की कोशिस मत करना ” इतना कहकर मयंक फोन काटता है और नेहा से कहता है – अब हो गया भरोसा या अब भी नहीं हुआ ।

नेहा नहीं मानती और रोती रहती है मयंक का भी दिमाग खराब हो जाता है इसलिए मयंक टेरिस् पर चला जाता है कुछ देर बाद वहाँ रिया टेरिस् पर जाती है कपड़े उठाने मयंक को उदास देख कर रिया मयंक के पास जाती है और कहती है – क्या हुआ?” मयंक – कुछ नहीं वही शक ” रिया – अगर मैं होती तुम्हारी जगह तो सच में ही एक अफेयर कर लेती ” मयंक – अच्छा ” और दोनों हँसने लगते है । कुछ देर बाद दोनों नीचे आते है लेकिन नेहा मयंक को टेरिस् पर बुलाने जाती है की सिडियों से पहले रिया उतरती दिखती है और पीछे से मयंक और दरवाजे से ही रिया और मयंक को गुस्से में देख कर नेहा अंदर चली जाती है ।

नेहा अंदर जाकर किचन का समान फेकने लगती है और इस बार फ्रिज पटक देती है मयंक अंदर जाता है और इस बार नेहा को गालियाँ देता है और मारने लगता है और कहता है – सारी हदे पार करदी तुमने कुछ कह नहीं रहे इसका मतलव कुछ भी करेगी “और नेहा रिया को उल्टा सीधा बहुत ही गंदा बोले जा रही थी मयंक भी गुस्से में नेहा को और मारता है फिर मयंक नेहा से घर से निकल जाने को कह देता है, नेहा अपना समान पैक करके रोते-रोते अपने घर चली जाती है ।

अगले दिन मयंक को एहसास होता है कि उसे इतना नहीं मरना चाहिए था मयंक नेहा को फोन करता है और सोर्री बोलकर घर बापस आने को कहता है लेकिन नेहा मना कर देती है और फोन काट देती है । नेहा ने अपने घर पर वैसा ही बता दिया जैसा उसके दिमाग में शक था और मयंक ने उसे बहुत मारा ये भी बता दिया इसलिए नेहा के परिवार ने मयंक के ऊपर पुलिस केस करने को बोला और उससे डाइवोर्स करने को कहा लेकिन नेहा ने इनकार कर दिया और कहा – मैं कभी नहीं छोड़ सकती मयंक को ” काफी दिन गुज़र जाते है नेहा और मयंक एक दूसरे को याद करते रहते है ।

और फिर 2 महीने गुज़र जाने के बाद नेहा बापस जाने का फैसला करती है और उसी वक़्त नैना को पता चलता है कि मयंक और नेहा के बीच काफी लड़ाई हुई है और दोनों अलग हो गये इसलिए उसे गिल्ट होता है और एक दिन नैना मयंक से माफी मांगने मयंक के घर जाती है और उसी दिन नेहा भी घर आने के लिए निकल जाती है, नैना मयंक से माफी मांगती है मयंक नैना को माफ कर देता है और जाने के लिये कहता है । जिस वक़्त नैना घर से बाहर निकली उसी वक़्त नेहा आ गयी और और नैना को घर से निकलते देख लिया ।

नेहा को गुस्सा आ गया और अंदर जाये बिना ही बाहर से बापस अपने घर चली गयी और रास्ते में सोचने लगी “कि मयंक उसे भूल गया और मूव ऑन कर लिया इसलिए नैना से प्यार करने लगा और तक घर बुलाने लगा ” नेहा फिर गलत फेमी के चलते अब डाइवोर्स लेने का फैसला करती है और डाइवोर्स की अर्ज़ी दे देती है करीब 15 दिन बाद मयंक के पास डाइवोर्स के पेपर पहुँचते है मयंक के हाथ पैर काँप जाते है और मयंक तुरंत नेहा को कॉल करता है और कहता है – क्या ये सब तुम मुझे छोड़ना चाहती “ नेहा हाँ कहकर फोन रख देती है और रोने लगती है ।

डाइवोर्स – Love Story in Hindi

मयंक नेहा को कई फोन करता है लेकिन नेहा फोन नहीं उठाती कुछ दिनों बाद कोर्ट में जाते है और वहाँ जब मयंक और नेहा से पूछा जाता है कि दोनों अलग होना चाहते हो तो नेहा थोड़ा हीचकिचाती है और दिल पर पत्थर रख कर हाँ कह देती है मयंक के आँखो से आँसू आ जाते है और मयंक कुछ नहीं बोलता बस नेहा को देखता रहता है कुछ देर बाद फैसला होता कि दोनों को 3 महीने साथ रहना पड़ेगा अगर उसके बाद भी लगता कि खुश नहीं है तो फिर फाइनल डाइवोर्स होगा ।

मयंक उदास होकर चला जाता है 1.2 दिन बाद नेहा भी आ जाती है लेकिन दोनों एक दूसरे से बात नहीं करते धीरे धीरे दिन निकलते जाते है और 3 महीने गुज़र जाते है । डाइवोर्स का फाइनल दिन आता है जाने से पहले मयंक नेहा से कहता है – क्या तुम्हे थोड़ा भी यकीन नहीं मुझ पर ” नेहा चुप रहती है और थोड़ी ही देर बाद रोने लगती है और कहती है – नैना को घर बुलाने तो लगे हो कर लेना उसी शादी ” मयंक – मैंने कब बुलाया ” नैना उस दिन की बात बताती और मयंक को झूठा कहती है मयंक को याद आता है तब मयंक नेहा से कहता है – बो माफी मागने आई थी तुम्हारी कसम मैंने नहीं बुलाया “

और फिर इतने में नेहा के परिवार बाले लेने आ जाते है और कोर्ट ले जाते है मयंक भी पीछे से पहुँचता है और जब फैसला होता है तो एक बार फिर वही सबाल पूछा जाता है कि क्या अब भी तुम दोनों अलग होना चाहते हो ” मयंक चुप खड़ा रहता है नैना के परिवार बाले उसे हाँ कहने को कहते है लेकिन नेहा रोने लगती है और कुछ देर बाद मयंक को गले लगा लेती है और माफ़ी मांगती है की अब वह कभी शक नहीं करेगी और भरोसा रखेगी अपने प्यार पर और मयंक भी माफ़ी मांगते हुए कहता की अब वह कभी नहीं मरेगा उसे, काफी रोने के बाद दोनों घर चले जाते है ।

कुछ दिन बाद रिया को बुलाकर उससे माफ़ी मांगते है। कुछ ही दिनों बाद दोनों खुशी से रहने लगते है और नेहा समझ जाती है की प्यार के साथ साथ भरोसा भी होना जरूरी है ।

इस तरह हमारी ये कहानी शक और डाइवोर्स का अंत होता है कहाँ मयंक की गलती थी और कहाँ नेहा की अपनी राये कंमेंट् में जरूर बताये धन्यवाद ।

My Second Website – https://thetopworld.com/

Whatsapp Channel – whatsapp.com/channel

शक और डाइवोर्स भाग -1 – शक और डाइवोर्स | Love Story In Hindi भाग -1

Leave a Reply