ये कहानी ( sad love story in hindi ) ललित की है ललित फालतू कामों मे ज्यादा दिमाग नही लगाता था प्यार दोस्ती उसके समझ नही आती थी अच्छा दिखता था स्कूल मे जॉब करता था लेकिन जुबान से थोड़ा हकलाता था
ललित की ज़िंदगी सही चल रही थी नौकरी की सारी तनखाह अपनी मम्मी को दे देता था कोई खराब लत नही थी ललित के परिवार मे 2 भाई और मम्मी पापा थे एक भाई उससे बड़ा था और एक छोटा ललित के परिवार ने एक नया घर खरीदा
पहली नज़र – sad love story in hindi
ललित शांम को घर आया और नया बाला घर देखने गया पुरा घर देखने के बाद ललित छत पर गया बगल बाली छत पर एक लड़की घूम रही थी ललित की नज़र उस पर पड़ी ललित के पैर बही रुक गये और उस लड़की को देखता ही रह गया
लड़की ने ललित को देखा ललित का आधा मुह खुला था लड़की हंसती हुई वहाँ से नीचे चली गयी ललित खुश था जैसे उसे प्यार हो गया था अगले दिन ललित फिर उस लड़की को देखने आया ऐसे ही ललित रोज़ जाने लगा लड़की समझ गयी थी
और अगले दिन ललित आया और छत पर उस लड़की को देखा तो कही नही दिखी ललित का मन उदास हो गया लेकिन लड़की छिपी थी और ललित को देख रही थी ललित जाने लगा और पीछे से गाते हुए लड़की बाहर आई ललित ने पीछे मुड़कर देखा और खुश हो गया लड़की भी ललित को देख कर हँसने लगी
लव लेटर – sad love story in hindi
कुछ दिनों तक ऐसे ही चलता रहा फिर एक दिन ललित ने एक सफेद पेज पर लिखा “मेरा नाम ललित है और आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो अगर आपको भी मे पसंद हूँ तो जो सूट आज आपने पहना है वही कल पहनकर आ जाइयेगा मै समझ जाउंगा ” इतने लिख कर ललित ने उस लेटर को उस लड़की को इसारा करते हुए वही पट्टी पर रख दिया
लड़की ने लेटर उठाया और नीचे चली गयी और अपनी छोटी बहन के सामने बो लेटर पड़ा दोनों बहन हँसने लगी और अगले दिन ललित गया और छत पर उसका इंतज़ार करने लगा ललित का गला सुख गया था और सोच रहा था क्या जबाब आयेगा
थोड़ी देर बाद लड़की वही सूट पहनकर आई ललित देख कर खुश हो गया ललित ने नाम पूछा लड़की ने अपना नाम संजना बताया ललित खुश था दोनों एक दूसरे को देख कर हँस रहे थे
रोज़ की मुलाकातें – sad love story in hindi
ललित रोज़ शांम को संजना से मिलने जाने लगा एक दिन संजना ने ललित को बुलाया और कहा आप करते क्या हो ललित ने हकलाते हुए बोला स्कूल , स्कूल, स्कूल मे जॉब करता हूँ संजना हँसने लगी ललित ने बताया के ऐसे ही बात करता हूँ बचपन से थोड़ा हकलता हूँ आपको कोई प्रॉब्लम तो नही है संजना ने कहा नही हमें कोई प्रॉबलम नही है
ललित खुश हो गया और रोज़ ऐसे ही मिलते रहे ललित बाहर भी उसे कॉलेज के बहाने घुमाने ले जाने लगा ललित खो गया था उसे बस संजना ही दिख रही थी
लड़ाई – sad love story in hindi
एक दिन संजना बाहर घूम रही थी उसी के पड़ोस मे एक लड़का रहता था बो भी बही आ गया और संजना से बात करने लगा थोड़ी देर बाद ललित आता है और संजना को गुस्से मे देख कर चला जाता है
ललित छत पर गुस्से मे संजना के आने का इंतज़ार कर रहा था संजना जैसी पहुँची ललित उसे गाली देने लगा और कहने लगा कौन है बो लड़का उसके साथ क्यों खड़ी थी संजना ने बोला गाली क्यों दे रहे और नीचे चली गयी
माफी – sad love story in hindi
कुछ दिनों तक संजना ने ललित से बात नही की ललित परेशान था और एक दिन माफी मांगी उसी दिन संजना ने अपना नया फोन दिखाया और कहा अब हम फोन पर भी बात कर सकते है ललित खुश हो गया और संजना को गले लगा लिया
काफी साल निकल गये दोनों को संजना एक स्कूल मे छोटे बच्चों को पढाने जाने लगी थी रोज़ सुबह ललित के घर से ही निकलती थी ललित रोज़ सड़क पर संजना से मिलता था संजना की बहन थोड़ी चालाक थी उसे ललित ज्यादा पसंद नही था इसलिए बो संजना से कहती रहती दीदी शादी मत करना ललित से और संजना उसकी बात सुनकर सोचती थी
शादी – sad love story in hindi
संजना की बहन की शादी पहले हो गयी उसके गलत कामो की बजह से इसलिए संजना से पहले उसकी शादी करदी और कुछ महीनो बाद संजना के लिये भी लड़का देखा संजना ने ललित से कहा ललित डर गया था संजना ने ललित से कहा अपने परिवार को भेजकर बात करने के लिए ललित ने अपने घर मे बताया ललित का परिवार नही मान रहा था
ललित ने काफी दिन खाना नही खाया और किसी से बात नही की कुछ दिनों मे उसका परिवार मान गया और संजना के घर गये बात करने लेकिन संजना का भाई नही माना और फिर ललित का परिवार बापस आ गया ललित को ये सब बात संजना फोन पर बता दे रही थी
लेकिन संजना को ज्यादा दुख नही था उसकी छोटी बहन ने संजना से कहा दीदी शादी करनी है क्या आपको ललित से संजना ने कहा हो गयी तो ठीक है नही हुई तो भी ठीक है ज्यादा टेंशन नही है ये सुनकर उसकी छोटी बहन खुश हो गयी
प्यार मे आँशु – sad love story in hindi
ललित रो रहा था और संजना से कह रहा था मै तुम्हारे बिना नही जी सकता तुम्हे मुझसे ही शादी करनी पड़ेगी बरना मै मर जाउंगा ये बात सुनकर संजना डर गयी उसने ये बात अपनी छोटी बहन को बताई कि ललित भाग कर शादी करने को कह रहा संजना की बहन ने कहा आप हाँ कहदो और कहो के शादी करीब आते ही भाग चलेंगे
संजना ने ललित से कहा ललित को तसल्ली मिल गयी और ललित खुश था कि उसकी शादी संजना से ही होगी लेकिन ललित को पता नही था कि उसके दिल के साथ खेला जा रहा था
प्यार बना खेल – sad love story in hindi
संजना की शादी नजदीक आ गयी थी ललित ने संजना से भागने को कहा संजना ने फिर बात घुमाई और कहा अभी निकलना भी मुश्किल है घर से मैंने अपनी छोटी बहन से बात करली है शादी बाले दिन पार्लर से भाग जायेगे ललित को फिर तसल्ली मिल गयी ललित सांत रहा और शादी वाले दिन का इंतज़ार किया
शादी बाला दिन – sad love story in hindi
ललित पार्लर के पास संजना का इंतज़ार कर रहा था संजना को ये बात पता थी संजना की छोटी बहन ने कहा भैया को साथ ले चल रहे संजना को छोटी बहन की बात सही लगी और अपने भाई से ज़िद की जाने की भाई खुश था इसलिए साथ चला गया ललित ने पार्लर के पास संजना के भाई को देख लिया
ललित ने संजना को फोन किया फोन संजना की छोटी बहन ने उठाया ललित डरा हुआ रो रहा था और कहा कब आयगी संजना मैं इंतज़ार कर रहा बाहर संजना की बहन ने कहा भैया है नही आ सकती दीदी अभी रुको हम कुछ करते है काफी देर तक ललित इंतज़ार करता रहा और थोड़ी देर बाद संजना पार्लर से चली गयी
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हार – sad love story in hindi
ललित ने हार मान ली थी और मरने के लिये ट्रेन की पटरी पर पहुँच गया था ये बात संजना को पता लगी संजना ने ललित को फोन किया ललित रो रहा था और भीख मांग रहा था कि आ जाओ संजना ने फिर बहाना बनाया और कहा निकल नही पाये माफ करदो लेकिन तुम चिंता मत करो में तुमसे ही शादी करुगी ललित ने पूछा अब कैसे तब संजना ने बहाना बनाते हुए कहा ये शादी के बाद लड़के के घर से भाग कर लेंगे ।
ललित को लगा संजना सच कह रही है इसलिए ललित घर चला गया शादी के अगले दिन ललित ने संजना को फोन किया और कहा आज तुम्हारी सुहागरात है बो छुयेगा तुम्हे संजना ने फिर झूठ बोलते हुए कहा नही छूने देगे सो जाउंगी में जल्दी भरोसा है या नही ललित ने कहा हाँ है
यहाँ ललित भूखा प्यासा रो रहा था वहाँ संजना अपनी सुहागरात मना रही थी खुशी – खुशी संजना ने अगले दिन ललित को मैसेज करके कहा फोन बंद रहेगा कुछ दिन तुम फिक्र मत करना ललित फिर इंतज़ार करता रहा
आखिरी फैसला – sad love story in hindi
कुछ दिन बाद संजना घर बापस आई और ललित को मिलने बुलाया और मासूम बनकर कहा ललित अब कुछ नही हो सकता में किसी और की अमानत हूँ मेरे परिवार बालों को पता चल गया कि में तुम्हारे साथ भागने बाली हूँ परिवार बाले रो रहे और अपनी इज़्ज़त के लिए भीख मांग रहे बताओ क्या करू में ललित सांत रहकर सब सुनता रहा
संजना ने ललित को समझाया और कहा हमें जीना होगा ऐसे ही ललित ने ठीक है कहा और वहाँ से चला गया जितना दर्द ललित को झेलना था उसने बो दर्द उसकी शादी बाले दिन झेल लिया था अब उसे संजना से दूर होते हुए ज्यादा दुख नही हुआ बो समझ गया था कि सामने बाले को फर्क नही पड़ता मेरे दुखी होने से।
एक साल बाद… अधूरी प्रेम कहानी
एक साल बाद ललित को पता चला कि संजना को एक लड़का पैदा हुआ है ललित का परिवार परेशान था क्योंकि ललित शादी करने से मना कर रहा था लेकिन एक दिन ललित ने शादी के लिए हां कह दिया कुछ महिनो मे ललित की भी शादी हो गयी ललित संजना को पूरी तरह भूल चुका था और अपनी पत्नी के साथ खुश है