B20 – 90s की प्रेम कहानी | Sad Love Story in Hindi

Sad Love Story in Hindi ये कहानी है 90s की (Sad Love Story in Hindi) उस जमाने में आज की तरह मोहब्बत नहीं होती थी पहले बात करने के लिए लेटर पोस्ट करना पढ़ता था (Sad Love Story in Hindi) फोन होता था लेकिन कैबिल् बाला वह भी सबके घरो में नहीं होता था सोचिये जब आपको आपके मैसेज का रिप्लाई 1 महीने बाद मिले कोई दुख या तकलीफ का पता तकलीफ खतम होने के बाद पता लगे तो, (Sad Love Story in Hindi) आज हम एक फ़ोन करके सब कुछ पता कर लेते है तो दोस्तों आज हम ऐसी ही एक कहानी पढ़ेगे – Sad Love Story in Hindi

sad love story in hindi

कहानी सन् 1996 की है रमेश उस समय करीब 18 साल का होगा और स्कूल ख़तम करके कॉलेज में आने बाला था उस ज़माने में कॉलेज भी काम हुआ करते थे लेकिन रमेश जिस शहर में रहता था वहां कॉलेज था उस समय जाति बाद बहुत चलता था लेकिन रमेश इन सब को नहीं मानता था इसलिए उसने अभी तक शादी नहीं की हालाँकि उस वक़्त 16 साल की उमर में ही शादी हो जाती थी लेकिन रमेश ने अपनी पढ़ाई के चक्कर में और उसे शादी करने का बिलकुल मन नहीं था उसने अपने घर में शादी के लिए मन कर दिया था कि मुझे शादी नहीं करनी है, और फिर मिली उसे हानिया, हानिया मुस्लमान थी और पढ़ने के लिए अपने नाना-नानी के घर आई थी

रमेश का घर हानिया के नाना-नानी के घर के ठीक सामने ही था वैसे तो उस वक़्त लड़कियों को ज्यादा पढ़ाते नहीं थे लेकिन हानिया पढ़ना चाहती थी इसलिए बो अपने नाना नानी के पास आ गयी, और जिस कॉलेज में रमेश ने एड्मिशन लिया उसी कॉलेज में हानिया ने एड्मिशन लिया दोनों सैम कोर्स कर रहे थे और एक दिन दोनों की मुलाक़त् क्लास रूम में हुई अभी तक रमेश ने हानिया को देखा नहीं था क्योंकि हानिया बुर्खे में थी

लेकिन आगे से एक आवाज़ रमेश को सुनाई दी ” सर हमे ये समझ नहीं क्या आप दोबारा बतायेगे, रमेश ने हानिया को देख तो नहीं पाया लेकिन उसकी आवाज़ उसे इतनी पसंद आई कि उसे हानिया को देखने का मन करने लगा बो पीछे बैठा बार बार हानिया को देख रहा कि किसी तरह उसे उसका चेहरा दिखे लेकिन बुर्खे से हानिया का चेहरा नहीं दिखा, कुछ देर बाद रमेश ने हानिया को घर जाते देखा और इस बार उसने उसकी आँखे देखी उसे हानिया सा प्यार होने लगा था रमेश उसका चेहरा देखने के लिए बेहद उत्सुक होने लगा था ।

रमेश रोज़ कॉलेज में हानिया को देखने की कोशिस करता लेकिन देख नहीं पाया फिर एक दिन रमेश अपने ही घर की छत पर किताब लेकर पढ़ रहा था उसकी नज़र सामने बाली छत पर पड़ी कोई लड़की कपड़े सुखा रही होती है अचनाक् से लड़की घुमती है और रमेश की तरफ देखती है रमेश को उसकी आँखे जानी पहचानी सी लगी और रमेश हानिया को देखता ही रह गया । और फिर हानिया रमेश को देख कर नीचे चली गयी रमेश का दिल कह रहा था कि ये वही लड़की है जिसका चेहरा देखने के लिए बो कितने दिन से उत्सुक था ।

रमेश हाल ही सामने हानिया के नाना नानी के घर जाता है रमेश को हानिया के नाना नानी अपने पोते जैसा ही मानते थे और रमेश उन्हे अपने दादा दादी जैसा कोई भी मुसीबत होती रमेश उनकी मदद करता क्योंकि उनके बच्चे उनसे अलग रहते थे जैसे ही रमेश गया और दादी के गले लगते हुए बोला ” बहुत भूख लगी है दादी जल्दी कुछ खाने को देदो ” दादी हस्ते हुए बोली ‘ आ गया शैतान चल दादा जी के पास बैठ में खाना लेकर आ रही ‘ हानिया उसे चुपके नज़र से देख रही कि इसे नानी इतने प्यार से बात क्यों कर रही, दादा जी अखबार पढ़ रहे थे रमेश उनके पास बैठा उनसे बात कर रहा था ।

धोखा | Sad Love Story in Hindi

Real Love Story | धोख़ा

तभी हानिया आती है और रमेश उसे देखता ही रह जाता है दादा जी कहते है ” ये हानिया है हमारी बेटी की बेटी और हानिया ये रमेश हमारा बच्चा बहुत ध्यान रखता है हमारा “ रमेश हानिया को देख कर खुश हो जाता है और उसके होश उड़ जाते है तभी दादी उसे खाना खाने को कहती है रमेश कहता है ” हानिया तो हमारे कॉलेज में मेरी ही क्लास में पढ़ती है दादी ” दादा जी कहते है ” अरे ये तो और भी अच्छी बात है हानिया को साथ लेकर जाया करो कॉलेज ” रमेश ठीक है कहकर चला जाता है ।

अगले दिन सुबह हानिया के साथ रमेश कॉलेज जा रहा था तब रमेश ने हानिया से बात करने कि कोशिस कि लेकिन हानिया ने ज्यादा बात नहीं की, लेकिन रोज़ साथ में कॉलेज जाना धीरे धीरे दोनों की अच्छी दोस्ती हो गयी थी और दोनों खुलके एक दूसरे से बात लगे थे पहले की तरह हानिया चुप नहीं रहती, कुछ दिनों से कॉलेज में एक लड़का हानिया को परेशान कर रहा था लेकिन हानिया ने रमेश को नहीं बताया लेकिन एक दिन रमेश ने अपनी आँखो से एक लड़के को देखा बो हानिया का हाथ पकड़ने की कोशिस कर रहा था

रमेश ने लड़के को मारा और उसकी कम्प्लेन की और रमेश हानिया से गुस्सा हुआ और बोला ” तुमने मुझे बताया क्यों नहीं” उस हानिया रमेश को सुनती रही धीरे-धीरे  हानिया को रमेश से प्यार होने लगा था जबकि रमेश पहले से ही हानिया को अपना दिल दे बैठा था कोई उसे गंदी नज़र से देखे रमेश को ये पसंद नहीं था इसलिए हर वक़्त रमेश हानिया के साथ ही रहता था एक दिन रमेश और हानिया एक दूसरे को छत से देख कर मुस्कुरा रहे थे दादी ने दोनों को देख लिया.

जब रमेश दादी के पास गया तब दादी ने मुस्करा कर कहा ” अपने दिल की बात उससे कहदी या नहीं” रमेश ने जल्दी में जबाब देते हुए कहा ” अभी कहाँ बोल पाये दादी ‘ और रमेश को एकदम से याद आया दादी को कैसे पता चला और फिर दादी ने कहा ” साथ अच्छे लगते हो जल्दी हानिया को अपने दिल की बात बता दे “ रमेश – दादी कहीं मना ना करदे इस बात का मुझे डर लगता है ” दादी – कुछ ही दिनों बाद घर चली जायेगी फिर बैठा रहना कोई और ले जायेगा उसे शादी करके ” रमेश – नहीं नहीं दादी शुभ शुभ बोलिये “

रमेश अगले दिन ही रास्ते में हानिया को अपने दिल की बात बताते हुए कहता है ” सुनो हानिया मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और तुमसे शादी करना चाहता हूँ ” हानिया मुस्कुराते हुए चली जाती है और शाम को घर आने को कहती है, रमेश शाम को घर जाता है । हानिया के नाना नानी और हानिया बैठे होते है हानिया सब कुछ बता देती है अपने नाना नानी को, दादा जी मुस्कुराते हुए कहते है ” तो कब करनी है शादी “ रमेश और हानिया उनका आशीर्वाद लेते है, धीरे-धीरे दोनों साथ में समय बिताते है और समय कब निकल जाता है पता ही नहीं चलता, 

कुछ दिनों बाद हानिया की पढ़ाई पूरी हो जाती हैं और हानिया अपने घर जाने से पहले सबसे मिलती है खासकर रमेश से, हानिया रो रही थी’ रमेश हानिया से कहता है ” रो मत घर जाकर चिट्ठी लिखना मैं भी लिखुगा और मम्मी पापा से बात करो और बस फिर शादी करके ले आयेगे तुम्हे ” हानिया रमेश को आखिरी दफा गले लगाती है और फिर चली जाती है । घर जाकर दोनों एक दूसरे को चिठ्ठी लिखते है करीब 20 दिन लग जाते थे दोनों की बात एक दूसरे तक पहुँचने में जबतक दोनों एक दूसरे की चिठ्ठी का इंतज़ार करते रहते थे ।

एक दिन हानिया के नाना नानी ने हानिया के माता पिता से बात की रमेश और हानिया की शादी के लिए रमेश भी वहीं बैठा सुन रहा था, लेकिन हानिया के पिता इस शादी से इनकार कर देते है क्योंकि रमेश हिंदू था लेकिन हानिया ने अपने घर में कह दिया के वह सिर्फ रमेश से ही शादी करेगी उस समय लड़की का इतना कहना बहुत बड़ी बात थी उसके बाद हानिया के पिता ने एक लड़का देख कर हानिया की शादी तय करदी ।

हानिया ने रमेश को खत लिखा कि उसके पिता उसकी शादी जबरदस्ती कर रहे है और बो कुछ करे जबतक रमेश के पास खत पहुँचा हानिया की शादी हो चुकी थी । रमेश हानिया के घर पहुँचा लेकिन वहाँ कोई नहीं मिला हानिया के माता पिता भी वहाँ से दूसरी जगह रहने चले गए, ये बात हानिया के नाना नानी तक को पता नहीं चलने दी हानिया करीब एक साल बाद अपने नाना नानी के घर आई जैसे ही रमेश को पता चला हानिया आई है रमेश भाग कर गया ।

आखरी मुलाक़ात – Sad love story in Hindi

रमेश ने हानिया को देखा हानिया नज़रे चुकाए खड़ी थी उसने रमेश को नहीं देखा क्यूंकि अगर वह रमेश को देखती तो फिर बापस नहीं जा पाती फिर दुनिया उसे कलंकित कहने लगता, हानिया के आँखो के नीचे काले गड्ढे पड़ चुके थे हानिया चेहरा देख रमेश समझ गया था कि हानिया वहाँ खुश नहीं है इसलिए रमेश ने हानिया से कहा ” अब यही रहोगी ना वहां मत जाना अब हम शादी कर लेंगे” हानिया ने रमेश से कहा – आखिरी बार माफी मांगने आये है हमे माफ कर देना अब हम किसी और के है बो हमें जैसे रखेगे वैसे हमें रहना पढ़ेगा ” हानिया इतना कहकर चली गयी रमेश बस रोता रह गया ।  हानिया सारे ज़ुल्म सेहती रही बिना कुछ बोले और रमेश की मोहब्बत अपने दिल में दबाये बैठी रही ।

क्या हानिया ने सही किया बापस जाकर तो दोस्तों अपनी राये कमेंट में जरूर बताएं कैसी लगी आपको ये कहानी (Love Story in Hindi)

और भी कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करे –

प्यार की सजा ज़िंदगी-भर
अभिषेक की कहानी

My Second Website –

https://deeranlyrics.in/

Leave a Reply