B25 – पूजा बेटी । Sad Story Hindi

ये कहानी है एक लड़की की ” पूजा बेटी ! ये मैसेज भी है हर माता पिता बच्चो को  इसलिए कहानी पूरी पढ़े ये मेरे विचार का पहला मैसेज है मेरी तरफ से अगर कोई गलती हो तो माफ़ करना –  

पूजा बेटी

पूजा बेटी !

कहानी सन् 2000 से शुरू होती है एक हिंदू परिवार में एक लड़की का जन्म होता है सभी खुश थे लड़की के पिता लड़की की माँ दादी- दादा सब खुश थे लड़की का नाम उसके माता – पिता ने पूजा रखा । घर में सभी पूजा के आने से बेहद खुश थे । सबने पूजा को बहुत प्यार दिया सबकी लाडली बेटी थी पूजापूजा के जन्म के 3 साल बाद पूजा की माँ को एक लड़का पैदा हुआ, उस वक़्त सबसे ज्यादा खुश पूजा हुई और भाई के आने की खुशी में नाचने लगी उस वक़्त इतनी समझ तो नहीं थी लेकिन छोटा सा भाई देख कर खुश हो रही थी और उछल रही थी ताली बजा रही थी ।

पूजा के माता पिता ने पूजा के भाई का नाम पूरव रखा। धीरे धीरे दोनों बड़े हुए पूजा अपने भाई का बेहद खयाल रखती थी दोनों का साथ खेलना और कभी पूरव को चोट लग जाये तो पूरव के साथ पूजा भी रो देती थी । पूजा के पापा पूजा को बहुत प्यार करते थे उसकी हर ख्वाहिश पूरी करते थे उसके लिए बहुत सारी डोल लाना खिलौने लाना और पूजा जो मांगे सब कुछ उसके पिता उसे लेकर दे देते थे ।

पूजा बहुत सुंदर थी क्यूट पूजा । पड़ोसी भी पूजा को खिलाने ले जाते उसकी हरकतो पर हस्ते उसकी सरारते देखते और उसके माता पिता को बताते । सभी बाते करते रहते पूजा से चाहे बो उसके पिता हो या उसके पड़ोसी अंकल मिश्रा जी हमेशा पूजा बेटी पूजा बेटी करते रहते । पूजा जब 4 साल की हो गयी तब उसके पिता ने पूजा का नाम स्कूल में लिखा दिया लेकिन स्कूल जाने से पूजा रोती थी इसलिए क्लास में उसके साथ उसके पिता भी बैठते थे ।

कुछ दिनों बाद पूजा को स्कूल की आदत लगी तब पूजा अकेली ही स्कूल जाने लगी और स्कूल से आकर अपने भाई को खिलाना , पूजा बहुत खुश रहती थी हस्ती थी कभी रोये तो पूजा के पापा उसे गोद में लेकर बोले – मम्मी ने मारा अभी मम्मी की पिटाई लगायेंगे ” और पूजा सुनकर खुश हो जाती सबकी लाडली थी पूजा बेटी अपने माता- पिता की उसके दादा- दादी भी बेहद प्यार करते थे उसे छुप कर पैसे देना उसके लिए हर दिवाली नये कपड़े लाना ।

पूजा बेटी की जिद –

और एक दिन पूजा अपने माता पिता के साथ बाजार गयी, और वहाँ उसे दुकान में एक बड़ा टेड्डी बियर दिख जाता है और पूजा उसे लेने को कहती है लेकिन बो टेड्डी मेंहगा था इसलिए पूजा के मम्मी पापा मन करते । इसलिए पूजा रोने लगती है और कहने लगती है – बो चाहिये बो चाहिए ” उस वक़्त बो टेड्डी उसे नहीं मिलता और थोड़ी देर रोने के बाद पूजा उस टेड्डी के बारे में भूल जाती है लेकिन अगले दिन उसके पिता वही टेड्डी लेकर उसे दे देते है पूजा बड़ा टेड्डी देख कर खुश हो जाती है और नाचने लगती है ताली बजाने लगती है उस वक़्त पूजा के माता पिता पूजा की खुशी देख कर खुश हो जाते है ।

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धीरे धीरे समय निकलता गया पूजा बेटी करीब 12 साल की हो गयी थी और एक दिन वह स्कूल में जाती है और उसकी दोस्त नई साइकिल लेकर आती है तो पूजा भी घर आकर अपने मम्मी पापा से साइकिल की ज़िद करती है लेकिन साइकिल के लिए मम्मी पापा मना करते है तो पूजा रूठ कर बैठ जाती है और फिर पूरव पूजा के पास जाता है और कहता है – दीदी जब में बड़ा हो जाऊगा तब आपको साइकिल दिला दुगा ” पूजा – नहीं मुझे अभी चाहिये ” पूरव अपने पापा से कहता है – पापा दिला दो ना एक ही तो बहन है मेरी “

पापा – नहीं ” पूरव – ठीक है तो आप मुझे उधार देदो पैसे मैं आपको बड़े होकर लौटा दुगा ” मम्मी पापा हँसने लगते है सोचकर कि पूरव अपनी बहन से कितना प्यार करता है । और रविवार को पूजा के पापा पूजा और पूरव को साइकिल लेने बाजार ले जाते है और पूजा को एक नई साइकिल दिला लाते है पूजा बहुत खुश हो जाती है घर आकर पूजा के पापा उसे साइकिल चलाना सिखाते है तभी पड़ोसी अंकल मिश्रा जी पूजा के पापा से कहते है और भाई सारी जिदे पूरी कर रहे पूजा बेटी की ” पूजा के पापा – हाँ भाई एक ही तो बेटी है मेरी उसकी खुशी के लिए तो कुछ भी ” 

दिन बीते पूजा 12 बी में आ चुकी थी पूजा ने अपने पिता से पहले ही बोल दिया था कि उसे मोबाइल चाहिये इसलिए रिजल्ट बाले दिन पूजा ने अपने पापा से कहा – पापा आपको अपना वादा याद है ना नया फोन दिलायेगे “ पूजा के पापा – हाँ अगर अच्छे नंबर से पास होगी तो ” कुछ देर बाद पूजा का रिजल्ट आता है पूजा की 89% नम्बरो से पास हुई पूजा के पापा खुश हो गये और पूजा को नया स्मार्ट फोन दिला दिया ।

प्यार – 

पूजा 18 साल की हो चुकी थी और कॉलेज जाने लगी थी और पढाई में होशियार थी सबकी इज़्ज़त करती थी और सबसे अच्छे से बात करती थी और कॉलेज में 2 साल गुज़र जाने के बाद पूजा को सन 2020 ऑनलाइन चैटिंग के ज़रिये एक लड़के से बात करते करते प्यार हो गया लड़के का नाम तरुन था अच्छा लड़का था लेकिन घूमता रहता था । उसे पूजा के पापा भाई सब जानते थे क्योंकि लड़का पास का ही था धीरे – धीरे पूजा के भाई को तरुन के बारे में पता चला उसने अपनी मम्मी को बताया और कुछ दिनों बाद पूजा बात करते पकड़ जाती है ।

पूजा अपने मम्मी पापा से तरुन से शादी करने को कहती है लेकिन पूजा के मम्मी पापा मना कर देते है और तरुन से बात करने से मना करते है लेकिन पूजा तरुन से छुप छुप कर बात करती है एक दिन तरुन पूजा से कहने लगा – कैसे मानेंगे मम्मी पापा ” पूजा – तुम फिक्र मत करो मान जायेंगे ” और कुछ दिनों बाद बात ज्यादा बड़ गयी । पूजा की मम्मी ने तरुन को फ़ोन करके समझाया । लेकिन पूजा ने अपनी मम्मी से कहा मैं उसी से शादी करुँगी मम्मी प्लीज आप लोग मान जाईये ।

पूजा के मम्मी पापा उससे फ़ोन छीन लेते है लेकिन पूजा फिर भी फ़ोन उठाकर रात में छुप – छुप के तरुन से बात करने लगी । वही दूसरी तरफ पूजा की मम्मी और पडोसी अंटियाँ बैठकर बात करती है “कि आजकल के बच्चे तो अपने पसंद कि शादी कर लेते माँ बाप कि कुछ सोचते ही नहीं और घर से भाग जाते,  एक आंटी बोली ऐसे बच्चो को तो जान से मार देना चाहिए” । पूजा की मम्मी डर जाती है कि कहीं पूजा भाग ना जाए इसलिए एक दिन पूजा की मम्मी पूजा से कहती है – भागना मत हमारी इज़्ज़त तुम्हारे हाथ में है भागी तो हम सब मर जायेगे”

पूजा अपनी मम्मी से रोकर कहती है – तो मान जाइये आप लोग करबा दीजिये शादी तरुन से ” लेकिन पूजा की मम्मी नहीं सुनती । कुछ दिन बाद पूजा तरुन से बात करते रात में पकड़ी गयी उस दिन पूजा के पिता ने पूजा को मारा और भाई पूरव कहने लगा – अगर अब बात कि तो जान से मार देंगे ” पूजा – करेंगे और शादी भी उसी से करेंगे देख लेना ” और रोते – रोते कहने लगी हम नहीं रह सकते उसके बिना मान जाओ आप सब, ये सुनकर पूजा के मम्मी पापा को लगता है कि पूजा भाग जाएगी ।

इसलिए पूजा के मम्मी पापा पूजा कि शादी जबरदस्ती दूसरी जगह तय करदी पूजा रोती रही और कहती रही । लेकिन पूजा के मम्मी पापा और भाई ने एक नहीं सुनी । किसी तरह पूजा ने ये बात तरुन को बताई तरुन ने पूजा से भागने को कहा लेकिन पूजा ने कहा – नहीं अगर मैं भागी तो मम्मी पापा कि इज़्ज़त चली जाएगी और बो मर जायेगे ” पूजा देख रही थी कि कैसे सब उसके दुश्मन बन गए कल तक जो उससे इतना प्यार करते थे भाई मम्मी पापा की लाड़ली पूजा बेटी की खुशी नज़र नहीं आ रही थी ।

पूजा कि शादी नज़दीक आ रही थी पूजा ने आखिर वक़्त तक बहुत मानाने की कोशिस कि लेकिन तरुन नीची कास्ट का है ये कहकर पूजा के मम्मी पापा ने मना कर दिया” और फिर पूजा – मर जायेगे लेकिन तरुन के आलावा किसी से शादी नहीं करेंगे ” पूजा के पापा – मर जाओ लेकिन तरुन से शादी नहीं होने देंगे ” पूजा रोने लगती है और शादी के 15 दिन पहले खुदखुशी कर लेती है । हर तरफ सन्नाटा सा छा गया था । और पूजा के पास से एक लेटर मिला उसमे लिखा था –

लेटर – मुझे माफ़ कर देना मम्मी पापा ।

“मेरे मरने से अगर आप सब कि इज़्ज़त बच जाती है तो आपकी इज़्ज़त बचा ली मैंने पापा आपको याद है मैं बचपन में रोती थी तो आप मुझे गले लगा कर चुप करा लेते थे आज भी मैं बहुत रो रही हूँ लेकिन आज आपने मुझे गले से नहीं लगाया, और मेरे प्यारे भाई तू तो मेरी साइकिल के लिए क़र्ज़ लेने के लिए त्यार था बचपन में इतना प्यार करता था मुझसे, और मम्मी पापा आप हर चीज़ दिला देते थे चाहे बो टेडी हो , मोबाइल हो सारी जिदे पूरी कर देते थे लेकिन मेरे जीवन की सबसे बड़ी खुशी के लिए आप लोग बदल क्यों गए, आज आप सबका दिल खाली – खाली सा लग रहा है ना जाने क्यों ? “

न जाने क्यों ?
आज एक पिता स्वार्थी सा लग रहा है
आज एक भाई मतलवी सा लग रहा है
न जाने क्यों ?
माँ, आज आप सबका दिल खाली सा लग रहा है
न जाने क्यों ?

आपकी पूजा बेटी !

ना जाने क्यों ? आज भी माता पिता पडोसी सब प्यार करने बालो की खुशी नहीं देख पा रहे है सबको इज़्ज़त नज़र आ रही है, बचपन की खुशियों में और जवानी की खुशियों में इतने अंतर क्यों ? जितना प्यार बचपन में करते थे और सारे खिलोने दिला देते थे जवानी में कोई खिलौना मांगा तो अलग व्यवहार क्यों ? एक बच्चे के लिए खुशी का जरिया खिलौना हो या उसका जीवनसाथी दोनों में इतने भेद भाव क्यों ?

आप अपनी राये कमेंट में बता सकते है है धन्यवाद _

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